Space Storm, Space Storm CME X1-M7, Space News, Space Science : अंतरिक्ष के मौसम में एक नई चुनौती का सामना है। अंतरिक्ष मौसम पूर्वानुमानकर्ताओं के अनुसार, संभावित भू-चुंबकीय तूफान का खतरा है जो सूर्य से निकला है। इस तूफान के कारण पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र प्रभावित हो सकता है।
CME X1-M7 दो सोलर फ्लेयर से निकला
तूफान का नाम CME X1-M7 है, जो दो सोलर फ्लेयर से निकला है। यह अत्यंत शक्तिशाली है और एक साथ दो सीएमई निकले हैं। इससे पूर्वानुमान लगाना मुश्किल है, लेकिन इसका असर जल्द ही धरती पर देखने को मिल सकता है।
अंतरिक्ष में तेजी से यात्रा, पृथ्वी के मौसम को प्रभावित
सूर्य के कोरोना से प्लाज्मा और चुंबकीय क्षेत्र के बड़े रिलीज को CME कहा जाता है। यह अंतरिक्ष में तेजी से यात्रा करते हैं और पृथ्वी के मौसम को प्रभावित कर सकते हैं।
सूर्य के साइकल के कारण यह तूफान अभी अधिक शक्तिशाली हो सकता है। इससे पहले की तरह, इस बार के भी तूफान से आसमान में अरोरा पैदा हो सकती हैं।
सौर तूफान के नकारात्मक प्रभाव
इसके अलावा यह तूफान दूरसंचार, ऊर्जा और नेविगेशन पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
अनुमानित समय
सीएमई को पृथ्वी तक पहुंचने में 1-3 दिन लगते हैं, और इसका असर **4 जून* के आसपास महसूस हो सकता है।
भारत में असर
भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ने इस तूफान के असर को ध्यान में रखा है, और संभावना है कि इसका भारतीय उपमहाद्वीप पर भी कुछ असर हो सकता है।
नेतृत्व में अंतर्राष्ट्रीय विज्ञानी
इस घटना का अध्ययन करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय विज्ञानी सक्रिय हैं, जो इस तूफान के पूर्वानुमान और उसके प्रभावों का अध्ययन कर रहे हैं। लोगों को सूरज की तेज धुप से बचने के लिए सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है। भू-चुंबकीय तूफान के संभावित असर के लिए भी सतर्क रहना आवश्यक है।
आपके काम की खबरें यहां है...👇🏻👇🏻👇🏻
दोस्तों, हमारे इस वेबसाइट पर आपको ताजा News Update सबसे पहले मिलेगी। चाहे वो Latest News हो, Trending खबरें हो, या फिर Govt Jobs, रोजगार व सरकारी योजनाओं से जुड़ी जानकारी।
हमारी कोशिश है कि आपके काम की हर खबर आप तक सबसे पहले पहुंचे। अगर आप हमारी खबरों का नोटिफिकेशन तुरंत पाना चाहते हैं तो हमारे WhatsApp ग्रुप और टेलीग्राम चैनल से जुड़ सकते हैं।