पटवारियों की बेमियादी हड़ताल से राजस्व के काम ठप, किसानों के सरकारी कामकाज पर भी असर
पंकज दाऊद @ बीजापुर। जिले के सभी 74 पटवारी कई मांगों को लेकर सोमवार से बेमियादी हड़ताल पर चले गए हैं और इसका सीधा असर राजस्व ही नहीं बल्कि किसानों के सरकारी कामकाज पर पड़ने लगा है।
धान की कटाई हो रही है और ये जल्द ही पूरी हो जाएगी। धान विक्रय की निगरानी, रकबा कम या ज्यादा करने एवं फसल कटाई प्रयोग पर इसका सीधा असर पड़ेगा।
बताया गया है कि सीमांकन, बंटवारा, नामांतरण, राजस्व न्यायालय को दिए जाने वाले जांच प्रतिवेदन, जाति, आवास, आय प्रमाण पत्र, नक्शा खसरा बनाने वालों के हड़ताल पर चले जाने से लोगों की परेशानी दो गुनी हो गई है।
अभी राज्य सरकार ने 7500 वर्ग फीट जमीन बेचने का कार्यक्रम शुरू किया है। हड़ताल से इस पर भी असर पड़ेगा। जिला पटवारी संघ का कहना है कि अब सारे कामकाज आनलाइन हो गए हैं और पटवारियो के पास कंप्यूटर, लैपटाॅप एवं नेट की सुविधा नहीं है।
Read More:
पुष्पवर्षा के बीच निकली राम वनगमन पर्यटन रथयात्रा, स्वागत में श्रद्धालुओं ने बिछाई पलकें https://t.co/NdheiIZfBC
— Khabar Bastar (@khabarbastar) December 14, 2020
ऐसे में अफसर काम आनलाइन करने दबाव बनाते हैं और जानकारी तत्काल भेजने कहते हैं। मात्रात्मक या कोई त्रुटि हो जाने की दशा में पटवारियों के खिलाफ विभागीय जांच की बजाय सीधे एफआईआर कर दी जाती है, जबकि पहले जांच होनी चाहिए।
सबसे आश्चर्यजनक बात तो ये है कि एक ही साथ भर्ती पटवारियों के वेतन में विसंगति है। इसे दूर करने की मांग सालों से की जा रही है। पटवारियों ने मुख्यालय में रहने की बाध्यता भी समाप्त करने की मांग की है।
Read More:
नक्सलियों ने 2 JCB मशीनों को किया आग के हवाले‚ Jio केबल बिछाने में लगी थी वाहनें https://t.co/hmazNn6Ugj
— Khabar Bastar (@khabarbastar) December 13, 2020
धरने पर मंगलवार को शंकर कतलाम, केजी यशवंत, जीवन सिंह कुुंजाम, हितेन्द्र पामभोई, टीएस ठाकुर, बी राजबाबू, रविन्द्र नेताम, के सुनीता, रविन्द्र पुजारी, सुमन कर्मा, इंद्र झाड़ी, लोकनाथ मिच्चा, मिच्चा पैंटया, कमला नेताम, श्वेता नेताम, कंवल जुर्री, रेणुका नेताम एवं अन्य पटवारी बैठे थे।
पूरी जिंदगी पटवारी के पद पर ही
कई पटवारी पूरा सेवाकाल पटवारी के पद पर ही काट लेते हैं। उनका प्रमोशन नहीं होता है। संगठन की मांग है कि 45 साल की अवस्था या 20 साल की सेवा होने पर पटवारी को राजस्व निरीक्षण के पद पर पदोन्नत किया जाना चाहिए। अतिरिक्त हलके का प्रभार दिए जाने पर 10 साल पुराने दर पर केवल 250 रूपए दिया जाता है जबकि कम से कम 1000 रूपए दिया जाना चाहिए।
- आपको यह खबर पसंद आई तो इसे अन्य ग्रुप में Share करें…
खबर बस्तर के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए इस Link को क्लिक कीजिए…
आपके काम की खबरें यहां है...👇🏻👇🏻👇🏻
दोस्तों, हमारे इस वेबसाइट पर आपको ताजा News Update सबसे पहले मिलेगी। चाहे वो Latest News हो, Trending खबरें हो, या फिर Govt Jobs, रोजगार व सरकारी योजनाओं से जुड़ी जानकारी।
हमारी कोशिश है कि आपके काम की हर खबर आप तक सबसे पहले पहुंचे। अगर आप हमारी खबरों का नोटिफिकेशन तुरंत पाना चाहते हैं तो हमारे WhatsApp ग्रुप और टेलीग्राम चैनल से जुड़ सकते हैं।