तमिलनाडु में 8 महीने से फंसे 8 बंधवा मजदूरों की रिहाई, जिला प्रशासन एवं पुलिस विभाग ने कराई घर वापसी
मो. इमरान खान @ नारायणपुर। छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के आठ मजदूरों को तमिलनाडु में बंधक बनाकर रखा गया था। जिला प्रशासन एवं पुलिस विभाग की पहल के बाद इन मजदूरों की सुरक्षित रिहाई संभव हुई है।
जानकारी के मुताबिक, नारायणपुर से विगत आठ महीने से आठ मजदूर तमिलनाडु के वीरचंगढ़ कदमपलियम के काडेस्पोलियम में जिला इरोड़ा में बंधक बनाकर रखा गया था।
इनमें चार मजदूरों को मालिक द्वारा अपने घर व खेत में मजदूरी करा रहा था। अन्य मजदूरों को अपने दोस्त के यहां अन्य कार्य जबरदस्ती करवा रहा था।
Read More :-
शादी में डांस कर रहे युवक की मौत… DJ की धुन पर नाचते-नाचते जमीन पर गिरा युवक, देखते-देखते चली गई जानhttps://t.co/eb9zbK16aq
— Khabar Bastar (@khabarbastar) March 12, 2023
बंधक मजदूरों द्वारा दी गई जानकारी से पता चला कि नारायणपुर व कोंडागांव जिले से तकरीबन आठ महीने पहले नारायणपुर बखरूपारा निवासी बज्जू नाम के व्यक्ति के द्वारा तमिलनाडु काम करने के लिए 10 हजार महीना देने की बात बोलकर ले जाया गया था।
बंधक मजदूरों से प्राप्त जानकारी अनुसार तमिलनाडु जाने के बाद उनको ले जाने वाले बज्जू की तबियत अचानक खराब हो गई। उसके बाद बज्जू नारायणपुर वापस आ गया। आने के बाद बज्जू कि तबियत ज्यादा खराब हो गई और उसकी मृत्यु हो गई।
बज्जू की मृत्यु के बाद उसके द्वारा ले जाए गए मजदुर तमिलनाडु के गाँव मे सुरेश के यहां फंस गए। पीड़ित बधुआ मजदूर क्रमशः विजय पिता जैत ग्राम सुलेंगा सहदेव पिता वीर सिंह नारायणपुर धुइलु पिता वीर सिंह नारायणपुर सुनील पिता चैन कन्हारगांव वीरेंद्र पिता समारू कन्हरगांव मीणा पिता रामू कोंडागांव राम सिंह पिता चैन नारायणपुर गीता पिता मानकर नारायणपुर जिसमें की 6 लड़के और दो लड़की तमिलनाडु में मजदूरी करने गए थे और 8 महीने से बिना पगार के तमिलनाडु में ही आठ महीने से बंधक बनकर रहने को मजबूर हो गए।
प्राप्त जानकारी अनुसार मालिक सुरेश निवासी जिला इरोड़ (तमिलनाडु) के द्वारा इन आठ मजदूरों को अपने घर व अन्य स्थानों पर काम में लगा दिया था।
जब बंधक मजदूरों के द्वारा भुगतान राशि की मांग की गई और होली में छुट्टी लेकर घर जाने की बात कही गई तो बंधक बनाने वाले मालिक सुरेश के द्वारा जान से मारने की धमकी देकर काम कराया जाता था।
रविवार को प्रताड़ित मजदूरों ने यह जानकारी पत्रकार महासंघ छत्तीसगढ़ नारायणपुर से वार्तालाप फ़ोन पर किया और रोते हुए डरे सहमे अपनी पूरी आपबीती बताया।
तत्पश्चात पूरी वास्तुस्थिति को सुना गया एवं विस्तृत जानकारी एकत्रित कर संघ के पाधिकारियों द्वारा नारायणपुर जिला कलेक्टर अजीत वसंत एवं जिला पुलिस अधीक्षक पुष्कर शर्मा को पीड़ित मजदूरों की समस्या से अवगत कराया।
Read More :-
IAS ने की छापेमार कार्रवाई, 2 नर्सिंग होम को सील करने के निर्देश… रात 1 बजे तक खुला मिला बार, रेस्टोरेंट में मिली ये गड़बड़ी!https://t.co/1dVXBbpYPa
— Khabar Bastar (@khabarbastar) March 6, 2023
त्वरित कार्यवाही करते हुए नारायणपुर कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक द्वारा तमिलनाड में स्थित जिला इरोड़ के डीएम व पुलिस अधीक्षक से फोन द्वारा ताल मेल बनाकर सुरेश के मोबाइल मोबाइल ट्रेस करवा कर जहाँ मजदूरों को बंधक बनाया गया था।
उस घर तक पहुच कर तमिलनाडू पुलिस द्वारा छापामार कार्यवाही कर डरे सहमे हुए मजदूरों को छुड़वाकर उनके 8 महीने का बकाया पगार दिलावाया गया व केरल एक्सप्रेस से विजयवाड़ा से नारायणपुर भेजा गया।
जिला प्रशासन जिला पुलिस मीडिया साथी लगातार पीड़ित बँधुआ मजदूरों से तमिलनाडू से नारायणपुर पहुंचते तक फ़ोन पर संपर्क बनाए रखा।
तमिलनाडु से शुक्रवार की सुबह 9 बजे नारायणपुर सुरक्षित पहुचने के बाद मजदूरों ने विशेष रूप से जिला कलेक्टर एवं एसपी एवं समाजसेवकों का धन्यवाद व्यक्त किया और दुबारा छत्तीसगढ़ से बाहर मजदूरी न करने का प्रण लिया।
आपके काम की खबरें यहां है...👇🏻👇🏻👇🏻
दोस्तों, हमारे इस वेबसाइट पर आपको ताजा News Update सबसे पहले मिलेगी। चाहे वो Latest News हो, Trending खबरें हो, या फिर Govt Jobs, रोजगार व सरकारी योजनाओं से जुड़ी जानकारी।
हमारी कोशिश है कि आपके काम की हर खबर आप तक सबसे पहले पहुंचे। अगर आप हमारी खबरों का नोटिफिकेशन तुरंत पाना चाहते हैं तो हमारे WhatsApp ग्रुप और टेलीग्राम चैनल से जुड़ सकते हैं।