बीजापुर @ खबर बस्तर। बस्तर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एवं स्थानीय विधायक विक्रम शाह मण्डावी का दावा है कि नए शिक्षा सत्र में स्कूलों की सूरत बदल जाएगी। क्वालिटी एजुकेशन के लिए अफसरों से मिलकर मास्टर प्लान बनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अब पोटा केबिनों को सिर्फ अनुदेशकों के भरोसे ना छोड़ वहां चार से पांच नियमित शिक्षकों की पोस्टिंग की जाएगी।
एमएलए विक्रम मण्डावी यहां से 15 किमी दूर नैमेड़ में जिला स्तरीय शाला प्रवेशोत्सव में मुख्य अतिथि की आसंदी से बच्चों और शिक्षकों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पिछले सत्र में बोर्ड परीक्षाओं के नतीजे ठीक आए थे लेकिन इसे और बेहतर करना है।
जिले में शिक्षा के क्षेत्र में कमी को दूर करने और गुणवत्तायुक्त शिक्षा के लिए अफसरों से लगातार चर्चा कर मास्टर प्लान बनाया जा रहा है। इसमें केवल शिक्षकों और विभाग के अफसरों की ही जवाबदारी नहीं है। ये सबकी जवाबदारी है और इसके लिए बेहतर शिक्षा का माहौल तैयार करने की जरूरत है।
सरकारी स्कूल में शिक्षा की गुणवत्ता पर उठते सवालों पर विधायक विक्रम शाह मण्डावी ने कहा कि आज से 20 से 30 साल पहले इस जिले में सुविधा नहीं थी और सरकारी स्कूल ही थे। तब भी यहां से आईएएस और आईएफएस अफसर बने। बात माहौल बनाने की है। उन्होंने भवनों में हर संसाधन मुहैया कराने का वादा करते कहा कि इसके लिए उन्होंने सीएम और शिक्षा मंत्री से चर्चा की है और इसके लिए जिले को माकूल बजट दिया जाएगा।
विधायक मण्डावी ने पोटा केबिन के बारे में कहा कि अच्छी शिक्षा के लिए अब हर संस्था में तीन से चार रेग्यूलर शिक्षकों की पदस्थापना की जाएगी। उन्होंने बच्चों को जिंदगी का एक लक्ष्य तय कर आगे बढ़ने की समझाईश दी।
इस अवसर पर डीएफओ एन गुरूनाथन, जिपं उपाध्यक्ष शंकर कुड़ियम, सदस्य नीना रावतिया उद्दे, बसंत ताटी, कमलेश कारम, लक्ष्मी कुरसम, सरिता वासम, डीपीसी ए बसमैया, एपीसी बीएल पुजारी, लालू राठौर, अजय सिंह, रितेश दास, प्रवीण उद्दे, बब्बू राठी, नीला ओयाम, बीईओ सुखराम चिंतूर, बीआरसी मिर्जा खान, एस समरथ, एनके सोरी, केडी राय आदि मौजूद थे।
कार्यक्रम की शुरूवात में बच्चों ने स्वागत गीत फिर लोक नृत्य पेश किया। इस अवसर पर बालिकाओं को विधायक ने साइकिलें एवं लेखन-पठन सामग्री दीं। मंच संचालन बीईओ मो. जाकिर खान ने किया। अतिथियों ने नवप्रवेशी बच्चों का स्वागत किया। इस अवसर पर नैमेड़ हाईस्कूल परिसर में पौधरोपण भी किया गया।
54 हजार बच्चे, दो हजार शिक्षक:
अपने प्रतिवेदन में डीईओ केके उद्देश ने बताया कि जिले में 54 हजार बच्चे और दो हजार शिक्षक हैं। पहली में इस साल 6845, छठवीं में 3450 एवं नवीं में 4000 बच्चों ने दाखिला लिया। उन्होंने बताया कि जिले में 548 प्राइमरी, 164 मिडिल, 35 हाईस्कूल एवं 28 हायर सेकेण्डरी स्कूल संचालित हैं। इनके अलावा 30 पोटा केबिन, एक केन्द्रीय विद्यालय, चार डीएवी एवं एक डाइट है।
टाॅप टेन को मिला सम्मान
दसवीं में जिले में टाॅप टेन पर आए स्वाति चेरपा, वरूण नीलम, रमेश बुरका, जागृति मोलचेरला, जीतू पोटाम, हर्षिता हल्लूर, संध्या कावरे, नुपूर वाचम, गिरीश पटेल, रौशनी जायसवाल, वंदना कारम, मानसी सिंह एवं ज्योति हेमला को अतिथियों ने सम्मानित किया।
इसी तरह बारहवीं में टाॅप टेन पर आए महेश कुड़ियम, मीनाक्षी नेताम, सुदेश ध्रुर्वे, राकेश कुमार, दीपिका कोरम, अभय द्विवेदी, नरेन्द्र पोयाम, आसिया झाड़ी, कमलेश कुड़ियम, शांति मिच्चा, रोशन चेरपा, प्रतिभा तोड़ेम एवं सोनेश्वर कुमार का भी सम्मान किया गया। इनके अलावा उत्कृष्ठ कार्य के लिए प्राथमिक शाला धनोरा, आश्रम शाला केरपे, पोटा केबिन मुरकीनार, मिडिल स्कूल सकनापल्ली एवं बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बीजापुर को भी पुरस्कृत किया गया।
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