#पोटाली_कैम्प में रह रहे #पुलिस समर्थक की #नक्सलियों ने की #हत्या…#घर से #उठाकर ले गए, फिर उतारा #मौत के घाट
दंतेवाड़ा @ खबर बस्तर।
दक्षिण बस्तर के दंतेवाड़ा जिले में नक्सलियों ने एक ग्रामीण की हत्या कर दी है। पुलिस के मुताबिक मारा गया ग्रामीण पुलिस समर्थक था और पिछले कुछ समय से पोटाली कैम्प में रह रहा था। बीती रात माओवादियों ने इस वारदात को अंजाम दिया है।
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दंतेवाड़ा एसपी डॉ अभिषेक पल्लव ने इस घटना की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि अरनपुर थाना क्षेत्र के नीलावाया पटेलपारा निवासी मोहन भास्कर पिता लखमा भास्कर की नक्सलियों ने हत्या कर दी है। शनिवार को अरबे चौक, समेली के पास इसका शव पड़ा मिला।
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एसपी के मुताबिक मृतक मोहन भास्कर साल 2016 में बस्तर बटालियन की भर्ती में शामिल हुआ था लेकिन उसका सलेक्शन नहीं हो सका। इसके बाद से ही यह नक्सलियों के निशाने पर आ गया था। इसकी नक्सलियों ने बुरी तरह पिटाई भी कर दी थी। इसके बाद मोहन जगदलपुर चला गया और एक मोबाइल दुकान में काम करने लगा।
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इसी बीच 2019 में पोटाली में कैम्प खुलने के बाद वह वापस अपने गांव आया और नक्सलियों के डर से कैम्प में ही रहने लगा था। एसपी ने बताया कि मोहन को पुलिस ने अपने गांव जाने से मना किया था इसके बावजूद उसने पुलिस की बात नहीं मानी और घर चला गया।
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बताया जा रहा है कि शुक्रवार को वह शराब के नशे में था तभी नक्सली गांव में पहुंचे और उसे घर से उठाकर अपने साथ लेकर चले गए। इसके दूसरे दिन शनिवार को मोहन भास्कर की लाश अरबे चौक में मिली।
इस वारदात के बाद मृतक मोहन की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है जिसमें वह वर्दी और हथियार के साथ दिख रहा है। फोटो में उसके साथ कुछ जवान भी हैं। ऐसे में यह साफ नहीं हो सका है कि मृतक ग्रामीण है, गोपनीय सैनिक है या फिर डीआरजी का जवान। हालांकि, पुलिस उसे ग्रामीण बता रही है।
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एसपी डॉ पल्लव का कहना है कि मोहन भास्कर नक्सलियों के डर से पोटाली कैम्प में रह रहा था। उसने बस्तरिया भर्ती में हिस्सा लिया लेकिन उसका चयन नहीं हो सका। फोटो में दिख रहे हथियार के बारे में एसपी ने कहा कि उसके कई साथी डीआरजी में तैनात हैं। संभवत: यह वैपन भी इनमें से ही किसी का रहा होगा। एसपी ने कहा कि इस मामले की जांच की जाएगी।
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