पंकज दाऊद @ बीजापुर। दलहनी और तिलहनी फसलों के लिए मार्केट का इंतजाम नहीं होने से किसानों की दिलचस्पी सिर्फ धान उत्पादन की ओर बढी है। वहीं आश्चर्यजनक रूप से तीन सालों में ही धान बीज की मांग करीब दो गुनी हो गई है।
विभागीय सूत्रों के मुताबिक 2018 में किसानों ने 5379 क्विंटल धान बीज खरीदा तो ये आंकड़ा 2019 में बढ़कर 7644.14 क्विंटल हो गया। इस साल तो आश्चर्यजनक तौर पर 10061.94 क्विंटल धान बीज बिका है। इनमें छग सुगंधित, दुर्गेश्वरी, बमलेश्वरी, स्वर्णा, महेश्वरी, महामाया, एमटीयू 1010, एमटीयू 1001, एचएमटी समेत अन्य किस्में शमिल हैं।
Read More:
बस्तर में फिर फूटा कोरोना बम: 35 नए पॉजिटिव मरीज मिले… कोरोना का गढ़ बना संभाग का सबसे छोटा जिला, हफ्ते भर में संक्रमितों का आंकड़ा पहुंचा 100 के पार https://t.co/mDqSP6drZf
— Khabar Bastar (@khabarbastar) July 16, 2020
दलहनी एवं तिलहनी फसलों का बाजार नहीं होने के अलावा समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी भी धान उत्पादन में किसानों की दिलचस्पी का एक सबब है। कृषि विभाग के सहायक संचालक सत्यजीत सिंह कंवर ने बताया कि दलहनी एवं तिलहनी फसलें ज्यादातर भोपालपटनम इलाके के किसान लेते हैं।
इस साल कुछ व्यापारियों को लाॅक डाऊन के दौरान तेलंगाना से दलहनी और तिलहनी फसलों की खरीदी के लिए पास देकर बुलवाया गया था। अभी भी भोपालपटनम इलाके के कुछ किसानों के पास उड़द और मूंगफल्ली बेचने के लिए रखी हुई है लेकिन इसका कोई लेवाल नहीं है।
कलेेक्टर के माध्यम से इस साल केन्द्र की संस्था नाफेड की ओर से खरीदी के लिए एक मांग पत्र का प्रस्ताव बनाकर ष्षासन को भेजा गया है ताकि किसान दलहनी व तिलहनी फसलों का भी उत्पादन कर सकें। नाफेड की ओर से खरीदी पर किसानों को उनकी उपज का अच्छा दाम मिल जाएगा। सहायक संचालक कंवर ने बताया कि उर्वरक की कोई कमी नहीं है। खासकर यूरिया की एक माह बाद किसानों को जरूरत होगी।
293 गांवों के खेतों तक पहुंच नहीं
एकड़ पीछे उपज उत्पादन हर साल कृषि एवं राजस्व विभाग करते हैं। जिले में 699 गांव हैं और पिछले साल 293 गांवों तक ये दोनों अमले यहां के खेतों तक नहीं पहुंच सके। बताया गया है कि किसी तरह गांव तक तो जाना मुमकिन हो जाता है लेकिन दूर खेतों तक नहीं जा सकते है।
इस वजह से पड़ोसी गांव के खेतों को आधार मानकर उपज का आकलन किया जाता है। फसल कटाई प्रयोग पटवारी और आरएईओ को चार-चार बार करना पड़ता है। फिर पांच साल की औसत उपज के आधार पर उत्पादन का आकलन किया जाता है।
Read More:
कोंडागांव में महिला डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव, हैदराबाद से लौटे पिता भी संक्रमित… जिला हॉस्पिटल किया गया सील https://t.co/dVCRzVZs1I
— Khabar Bastar (@khabarbastar) July 14, 2020
- आपको यह खबर पसंद आई तो इसे अन्य ग्रुप में Share करें…
आपके काम की खबरें यहां है...👇🏻👇🏻👇🏻
दोस्तों, हमारे इस वेबसाइट पर आपको ताजा News Update सबसे पहले मिलेगी। चाहे वो Latest News हो, Trending खबरें हो, या फिर Govt Jobs, रोजगार व सरकारी योजनाओं से जुड़ी जानकारी।
हमारी कोशिश है कि आपके काम की हर खबर आप तक सबसे पहले पहुंचे। अगर आप हमारी खबरों का नोटिफिकेशन तुरंत पाना चाहते हैं तो हमारे WhatsApp ग्रुप और टेलीग्राम चैनल से जुड़ सकते हैं।