Devi Mysterious Temple : रहस्य से भरा है छत्तीसगढ़ का यह देवी मंदिर, मरने के बाद भी अघोरी करते हैं माता की सेवा! जागृत काली की प्रसिद्ध है मान्यता

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By Kalash  Tiwari

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Devi Temple, Devi Mysterious Temple, Navratri 2024, Devi Mandir : 3 अक्टूबर से दुर्गा पूजा की शुरुआत हो चुकी है। दुर्गा पूजा की शुरुआत के साथी कई प्रसिद्ध मंदिरों में पूजा विधान शुरू हो चुके हैं।

ऐसे में आज हम बात करेंगे छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध मंदिर की। जो रहस्य से भरा हुआ है। इस मंदिर से जुड़े रहस्य को आज भी तलाशा जा रहा है।

दरअसल छत्तीसगढ़ के रायपुर में स्थित रहस्यकारी मंदिर के साथ कई रहस्य जुड़े हुए हैं। यहां के लोग देवी को जागृत मानते हैं। इस मंदिर में कई चमत्कारी घटनाएं भी घटी है और इस मंदिर में आज भी अघोरी देवी की सेवा करते हैं।

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महाकाली को माना जाता है शमशान की देवी

धार्मिक मान्यताओं के प्रमुख महाकाली को शमशान की देवी माना जाता है। इसलिए उनकी पूजा भी नहीं की जाती है। उनकी पूजा अधिकतर तांत्रिक और अघोरी लोग द्वारा ही किया जाता है।

ऐसे में रायपुर के राजेंद्र नगर में रोड में स्थित मंदिर के बगल में श्मशान घाट है। शमशान घाट के अंदर बाबा भैरव कई मंदिर है। लोगों का कहना है कि यह मंदिर जागृत काली मंदिर है।

यह मंदिर जागृत काली मंदिर

मंदिर के प्रांगण में हनुमान शनि और शिव जी के छोटे-छोटे मंदिर बने हुए हैं। इस मंदिर की मां काली जागृति काली मानी जाती है। लगभग 60 वर्षों से मंदिर के सामने एक कांच के बक्शे के अंदर एक कपाल रखा हुआ है।

इसके शीर्ष पर एक अखंड ज्योति जल रही है। कहा जाता है कि अघोरी करने के बाद भी इस मंदिर में माता की सेवा करते हैं।

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कई अन्य रहस्य

इस मंदिर की देखरेख मंदिर के पंडित और यहां काम करने वाले भक्त द्वारा किया जाता है। जिसे देखने और पूजा करने के लिए भक्तों की भीड़ लगी रहती है।

यहां कल अघोरी आशा गिरी महाराज की है। जिन्होंने अपना पूरा जीवन मां काली की पूजा को समर्पित किया था।

वही मंदिर के पुजारी के अनुसार बाबा आशा गिरी महाराज इस मंदिर के महंत थे।उन्होंने करीब 15 साल तक इस मंदिर की सेवा की और यही उनकी अच्छी अंतिम इच्छा थी कि उनकी मृत्यु के बाद उनकी खोपड़ी निकाल ली जाए और उसपर माता की ज्योति जला दी जाए।

इस मंदिर के साथ कई अन्य रहस्य भी जुड़े हुए माना जाता है कि जिन लोगों की संतान नहीं होती, वह अगर वह इस मंदिर में पूजा करके मन्नत मानते हैं तो उनकी मन्नत पूरी हो जाती है।

ऐसे में लोग इस मंदिर को प्रसिद्ध मंदिर मानते हैं। इसके साथ ही लोग भैरव बाबा को बड़ा और जलेबी का भोग लगाकर भी मन्नत मांगते हैं।

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