Medicine Price Hike: आम जनता को एक बार फिर से बड़ा झटका लग सकता है। इधर से एक बार फिर से कई दवाइयां के दाम में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी।
इसके लिए सरकार द्वारा मंजूरी दी गई है। अस्थमा, ग्लूकोमा, थैलेसीमिया सहित टीबी और मानसिक स्वास्थ्य संबंधित परेशानी के इलाज में शामिल होने वाली कई दवाओं की कीमत बढ़ाने वाली है।
सेलिंग प्राइस में 50% की बढ़ोतरी को मंजूरी
सरकार द्वारा उनके सेलिंग प्राइस में 50% की बढ़ोतरी को मंजूरी दे दी गई है। यह फैसला सरकार द्वारा बेहद सोच समझ कर लिया गया है।
एक बयान के मुताबिक राष्ट्रीय दवा मूल्य निर्धारण प्राधिकरण को दवा सामग्री की बढ़ती लागत, बढ़ती उत्पादन लागत और विनिमय दर में बदलाव सहित कई कारणों के कारण कीमत में वृद्धि की मांग की जा रही थी।
निर्माता से मूल्य वृद्धि के लिए आवेदन
लगातार निर्माता से मूल्य वृद्धि के लिए आवेदन प्राप्त हो रहे थे। जिसके कारण सरकार द्वारा इन दवाइयां के सेलिंग प्राइस में 50% की बढ़ोतरी को मंजूरी दी गई है।
यदि इन दवाइयां की कीमत में बढ़ोतरी नहीं होती तो इनके उत्पादन और उपलब्धता संभव नहीं हो पाती। लगातार इसमें कमी देखने को मिलती। जिसका असर आम जनता पर होता।
कंपनी ने कुछ फॉर्मूलेशन को उनके अनिवार्यता के कारण बंद करने का भी आवेदन किया है।
दाम पर असर
बयान में कहा गया की 8 अक्टूबर को हुए विस्तृत विचार विमर्श के बाद व्यापक सार्वजनिक क्षेत्र में डीपीओ 2013 के पैरा 19 के तहत मिली शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए आठ दवाओं के अधिकतम कीमत में बढ़ोतरी के मंजूरी दी गई है।
दवाओं के 11 फॉर्मूलेशन की अधिकतम कीमत में उनकी मौजूदा सेलिंग प्राइस में 50% की बढ़ोतरी की मंजूरी मिली है। ऐसे में इसके दाम पर असर देखा जाएगा।
इनमें से अधिक दवाई सस्ती और आमतौर पर पब्लिक हेल्थ प्रोग्राम के लिए महत्वपूर्ण उपचार के रूप में उपयोग की जाती है। वरिष्ठ अधिकारी ने कहा की कीमत रिवाइज होने पर रोगियों पर असर पड़ने की संभावना नहीं है।
क्योंकि इनमें से अधिकांश दवाई सरकारी अस्पतालों में मुफ्त उपचार के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य पाल के माध्यम से उपलब्ध कराई जाती है।
इससे पहले 2019 और 21 में जनता के लिए आवश्यक दावों की निरंतर उपलब्धता सुनिश्चित करने 21 और 9 फॉर्मूलेशन की कीमत में 50% की वृद्धि की मंजूरी दी गई थी।
दवाओं के लिए कीमत में संशोधन की तैयारी
अब जिन दवाओं के लिए कीमत में संशोधन की तैयारी की गई है उनमें,
- बेंजाइल पेनिसिलिन 10 लाख आईयू इंजेक्शन के अलावा
- एंट्रोपिन इंजेक्शन 06.mg/ml,
- साल्बुटामोल टैबलेट 2mg और 4mg,
- रेसपिरेटर सॉल्यूशन 5mg/ml ,
- पिलोकार्पिन 2% ड्रॉप्स,
- लिथियम टैबलेट 300mg ,
- स्ट्रेप्टोमाइसिन पाउडर इंजेक्शन के लिए 750mg और 1000mg ,
- सीफेड्रॉक्सिल टैबलेट 500mg,
- डेस्फेरियोक्सामाइन 500mg इंजेक्शन
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