छुट्टी ब्रेकिंग: अधिकारी-कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द, मुख्यालय छोड़ने पर भी लगी पाबंदी
रायपुर @ खबर बस्तर। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव की सरगर्मी तेज हो गई है। राजनीतिक दलों द्वारा जहां प्रत्याशियों की घोषणा की जा रही है। वहीं निर्वाचन आयोग ने मतदान को लेकर अपनी तैयारियां शुरू कर दी है।
बता दें कि विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के साथ ही समूचे प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। इसी के साथ कई सख्त नियम व पाबंदियां भी लागू हो गई है।
छत्तीसगढ़ में आचार संहिता लगते ही प्रदेश के सभी अधिकारी-कर्मचारी अब निर्वाचन आयोग के अधीन हो गए हैं। लिहाजा आचार संहिता के दौरान कई सारी पाबंदियां भी अधिकारी-कर्मचारियों पर लागू हो गई है।
इसी कड़ी में चुनाव संपन्न होते तक कर्मचारियों व अधिकारियों की छुट्टी पर रोक लगा दी गई है। आगामी विधानसभा आम निर्वाचन 2023 की घोषणा दिनांक से सभी अधिकारी-कर्मचारियों के अवकाश पर प्रतिबंध लगाते हुए आदेश जारी किया है।
इस प्रतिबंध का क्या मतलब है?
इसका मतलब है कि अब छत्तीसगढ़ के सरकारी कर्मचारी और अधिकारी बिना अनुमति के छुट्टी पर नहीं जा सकते। यह प्रतिबंध चुनाव को निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से सुनिश्चित करने के लिए है।
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— Khabar Bastar (@khabarbastar) October 10, 2023
तो, क्या आप जानना चाहते हैं कि इस प्रतिबंध के पीछे क्या कारण है? और यह किन कर्मचारियों पर लागू होता है?
अगर हाँ, तो यह लेख आपके लिए है। इस लेख में हम छत्तीसगढ़ में सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों की छुट्टी पर प्रतिबंध के बारे में सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करेंगे। तो, आइए शुरू करते हैं!
कौन से कर्मचारी और अधिकारी छुट्टी पर नहीं जा सकते?
छत्तीसगढ़ में सभी सरकारी कर्मचारी और अधिकारी, चाहे वे किसी भी विभाग में कार्यरत हों, आचार संहिता के दौरान छुट्टी पर नहीं जा सकते। इसमें राज्य सरकार के सभी विभागों, निगमों और उपक्रमों के कर्मचारी शामिल हैं।
छुट्टी पर जाने के लिए क्या करना होगा?
अगर किसी कर्मचारी या अधिकारी को छुट्टी पर जाना जरूरी है, तो उसे पहले कलेक्टर और जिला निर्वाचन अधिकारी से अनुमति लेनी होगी। अनुमति मिलने के बाद ही वह छुट्टी पर जा सकेगा।
मुख्यालय छोड़ने पर भी पाबंदी
आचार संहिता के दौरान कर्मचारी और अधिकारी अपने मुख्यालय छोड़कर किसी अन्य स्थान पर जाने पर भी पाबंद हैं। उन्हें बिना अनुमति के मुख्यालय छोड़ने की अनुमति नहीं है।
FAQ
- आचार संहिता के दौरान छुट्टी पर जाने पर प्रतिबंध क्यों लगाया गया है?
आचार संहिता के दौरान चुनाव की प्रक्रिया को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने के लिए कई पाबंदियां लगाई जाती हैं। छुट्टी पर जाने पर प्रतिबंध भी इसी उद्देश्य से लगाया गया है। इससे यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि कर्मचारी और अधिकारी चुनाव में किसी भी तरह से पक्षपात न करें।
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— Khabar Bastar (@khabarbastar) October 7, 2023
- अगर किसी कर्मचारी या अधिकारी को छुट्टी पर जाना जरूरी है, तो वह क्या कर सकता है?
अगर किसी कर्मचारी या अधिकारी को छुट्टी पर जाना जरूरी है, तो उसे पहले कलेक्टर और जिला निर्वाचन अधिकारी से अनुमति लेनी होगी। अनुमति देने से पहले कलेक्टर और जिला निर्वाचन अधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि छुट्टी चुनाव में किसी भी तरह से पक्षपात का कारण न बने।
- मुख्यालय छोड़ने पर पाबंदी क्यों है?
मुख्यालय छोड़ने पर पाबंदी भी चुनाव की प्रक्रिया को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने के लिए लगाई गई है। इससे यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि कर्मचारी और अधिकारी चुनाव में किसी भी तरह से पक्षपात न करें।
- प्रतिबंध किस तारीख से लागू हुआ है?
यह प्रतिबंध 9 अक्टूबर 2023 से लागू हुआ है और मतदान के बाद तक जारी रहेगा।
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