गोबर को मिलने लगी लकड़ी की शक्ल ! पालिका ने मंगाई पंजाब से मशीन, कई उपयोग होंगे इसके
पंकज दाऊद @ बीजापुर। अब गोबर से केवल जैविक खाद भी नहीं बन रही है बल्कि पालिका ने सूखे गोबर को लकड़ी की शक्ल देना शुरू कर दिया है। ये लकड़ी होटलों के अलावा अंतिम संस्कार में भी उपयोग में लाई जा सकेगी।
नगरपालिका सीएमओ पवन कुमार मेरिया ने बताया कि जैतालूर रोड स्थित पालिका के गोठान में आवारा मवेशियों को रखा जाता है और यहां कुछ पशुपालक भी अपने मवेशी छोड़ जाते हैं। अब गोधन न्याय योजना के तहत गोठान में गोबर खरीदी की जा रही है।
Read More:
बास्ता के शौकीनों को मारना पड़ेगा अपना शौक..! वन महकमे ने इसे काटने व बिक्री पर सख्ती से लगाई रोक… बाजारों से गायब हुआ बास्ता https://t.co/dSaOxHBlxH
— Khabar Bastar (@khabarbastar) July 25, 2020
गीले गोबर से वर्मी कंपोस्ट बनाया जा रहा है। इसके अलावा अब यहा कम सूखे गोबर से ईधन बनाने का काम शुरू किया गया है। पंजाब से एक मशीन मंगाई गई है।
ये मशीन कम सूखे गोबर को लकड़ी की शक्ल देती है। इसे सूखाकर ईंधन के रूप में प्रयुक्त किया जा सकता है। होटल, ढाबों के अलावा इसे अंतिम संस्कार में भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
Read More:
दो साल पूर्ण कर चुके शिक्षाकर्मियों को संविलियन का तोहफा, सरकार ने जारी किया आदेश… 16 हजार से ज्यादा शिक्षाकर्मियों का 1 नवंबर से होगा संविलियन https://t.co/zAtvkdM8Bc
— Khabar Bastar (@khabarbastar) July 24, 2020
उन्होंने बताया कि ये काम स्व सहायता समूह की महिलाएं कर रही हैं। बारिश के दिनों में इसका प्रोडक्शन कम होगा लेकिन ठण्ड एवं गर्मी के मौसम में इसका उत्पादन बढ़ जाएगा। गोबर की उपलब्धता के आधार पर भी प्रोडक्षन रेट बढ़ेगा।
बताया गया है कि गर्मी के दिनों में ये एक दिन में ही सूख जाएगा और इस्तेमाल के लायक हो जाएगा। ये मशीन बिजली चालित है। गोबर से बनाई गई लकड़ी का रेट मशीन के खरीदी मूल्य, गोबर, बिजली का खर्च एवं स्वसहायता समूह के सदस्यों के मेहनताने के आधार पर तय किया जाएगा।
तेलापिया मछली पाली जाएगी
सीएमओ पवन मेरिया ने बताया कि पालिका के गोठान में एक तालाब भी बनाया गया है। यहां तेलापिया मछली इसी साल छोड़ी जाएगी। दरअसल, इसके जिंदा रहने की दर अधिक है और बाजार में इसकी डिमाण्ड भी काफी है।
Read More:
अस्थायी गौठान में दम घुटने से 50 गायों की मौत, दर्दनाक हादसे से मचा हड़कंप https://t.co/AAOiKoFsbP
— Khabar Bastar (@khabarbastar) July 25, 2020
सीएमओ के मुताबिक अगले साल से यहां रोहू, कतला एवं मृगल मछलियां पाली जाएंगी। तालाब में गोबर डालने से मछली की बढ़वार भी अच्छी होगी। अगले साल से यहां मछलियों के लिए चारे की व्यवस्था भी की जाएगी।
- आपको यह खबर पसंद आई तो इसे अन्य ग्रुप में Share करें…
हमारे इस वेबसाइट पर आपको ताजा News Update सबसे पहले मिलेगी। चाहे वो Latest News हो, Trending खबरें हो, या फिर Govt Jobs, रोजगार व सरकारी योजनाओं से जुड़ी जानकारी।
हमारी कोशिश है कि आपके काम की हर खबर आप तक सबसे पहले पहुंचे। अगर आप हमारी खबरों का नोटिफिकेशन तुरंत पाना चाहते हैं तो हमारे WhatsApp ग्रुप और टेलीग्राम चैनल से जुड़ सकते हैं।