दंतेवाड़ा @ खबर बस्तर। नक्सलवाद के खिलाफ छत्तीसगढ़ पुलिस ने एक बार फिर बड़ी कामयाबी दर्ज की है। पुलिस ने नक्सलियों को अवैध हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक सामग्री सप्लाई करने वाले चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
दंतेवाड़ा जिले में पुलिस ने नक्सलियों को अवैध हथियार और गोला-बारूद सप्लाई करने वाले चार संदिग्धों को गिरफ्तार किया है।
यह कार्रवाई बारसूर थाना क्षेत्र में नक्सल गतिविधियों पर नजर रखते हुए की गई। पुलिस के मुताबिक, आरोपी लंबे समय से अन्य राज्यों से हथियार खरीदकर नक्सलियों तक पहुंचा रहे थे।
कैसे हुआ भंडाफोड़?
दंतेवाड़ा के बारसूर थाना क्षेत्र में लंबे समय से नक्सल गतिविधियों पर नजर रखी जा रही थी। पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ लोग लगातार नक्सलियों तक हथियार पहुंचा रहे हैं।
गुप्त सूचना के आधार पर बारसूर पुलिस ने विशेष अभियान चलाकर बारसूर बाजार चौक पर एक संदिग्ध व्यक्ति को गिरफ्तार किया।
मुख्य आरोपी और बरामद हथियार
गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान मदन मंडावी (Ganjenar, थाना नकुलनार) के रूप में हुई। तलाशी के दौरान उसके पास से एक बैग में 30 नग 315 बोर के राउंड, 20 नग 12 बोर के राउंड और 30 नग डेटोनेटर बरामद हुए। पूछताछ में उसने कबूल किया कि यह सामग्री नक्सलियों को सप्लाई करने के लिए लाई गई थी।
अन्य आरोपी भी गिरफ्त में
मदन मंडावी की जानकारी के आधार पर पुलिस ने तीन अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया:
- अनुज सिंह – निवासी नकुलनार ठाकुरपारा
- विनोद कश्यप – निवासी पटेलपारा नकुलनार
- गोपाल कश्यप – निवासी मंगनार गुफापारा
कैसे काम करता था गिरोह?
पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपी मदन मंडावी पिछले 5-6 वर्षों से नक्सलियों के संपर्क में था। वह अन्य राज्यों से अवैध हथियार जैसे 9mm पिस्टल, 315 बोर, 12 बोर देसी कट्टा और विस्फोटक सामग्री लाकर दंतेवाड़ा में नक्सलियों को सप्लाई करता था।
अन्य आरोपी भी इस नेटवर्क का हिस्सा थे और हथियारों को गुप्त ठिकानों तक पहुंचाने में मदद करते थे।
कैसे हुई गिरफ्तारी? पुलिस ने बताया पूरा घटनाक्रम
मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर बारसूर पुलिस ने बाजार चौक के पास नाकाबंदी कर संदिग्ध मदन मण्डावी को पकड़ा। उसके पास से 30 नग 315 बोर के राउंड, 20 नग 12 बोर के राउंड और 30 डेटोनेटर बरामद हुए।
पूछताछ में मदन ने बताया कि वह पिछले 5-6 साल से नक्सलियों को हथियार सप्लाई कर रहा था।
गिरफ्तार आरोपियों का नक्सल कनेक्शन
मदन मण्डावी की निशानदेही पर पुलिस ने अनुज सिंह, विनोद कश्यप और गोपाल कश्यप को गिरफ्तार किया। आरोपियों ने स्वीकारा कि वे 9mm पिस्टल, देसी कट्टा और विस्फोटक सामग्री खरीदकर नक्सलियों को देते थे। इनमें से दो आरोपी पहले भी इसी तरह के मामलों में पकड़े जा चुके हैं।
किन कानूनी धाराओं में दर्ज हुआ मामला?
इस मामले में आर्म्स एक्ट, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम और यूएपीए (UAPA) की धाराएं लगाई गई हैं। एसडीओपी गोविंद सिंह दीवान ने बताया कि आरोपियों के नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश जारी है।
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