सुकमा में नियमों को दरकिनार कर जारी होता है पटाखा लाइसेंस… रिहायशी इलाके में पटाखों के भंडारण से हादसों का खतरा !
के. शंकर @ सुकमा। दिवाली का त्यौहार करीब आते ही जिले में पटाखा कारोबारी सक्रिय हो गए हैं। पटाखे का कारोबार करने के लिए सरकारी नियम मापदंड तय किए गए हैं लेकिन इनकी अनदेखी की शिकायतें हर साल मिलती है।
दरअसल, जिले में पटाखों का भंडारण मनमाने तरीके से किया जाता है। जिले के नगरीय व कस्बाई इलाके में रिहायशी क्षेत्रों में भी पटाखों का भंडारण व्यापारी बेखौफ करते हैं, जिससे जानमाल के नुकसान का अंदेशा बना रहता हैं।
वहीं दूसरी तरफ प्रशासन द्वारा भी नियमों को दरकिनार कर व्यापारियों को लाइसेंस जारी कर दिया जाता है। प्रशासन द्वारा सख्ती नहीं बरतने की वजह से हर साल कई व्यापारी दूसरे के नाम से जारी लाइसेंस किराये में लेकर पटाखा बिक्री करते हैं। यह नियमों का खुलेआम उल्लंघन है।
एक अनुमान के मुताबिक, सुकमा में करीब एक करोड़ रूपयों का पटाखा हर साल बिकता हैं। अधिकांश पटाखा कारोबारी लाइसेंस में दी गई क्षमता से कई गुना अधिक पटाखे का भंडारण करते हैं और इसकी बिक्री भी की जाती है।
दुर्घटना की रहती है आशंका
रिहायशी इलाके में पटाखे का भंडारण किए जाने से दुर्घटना की आशंका हमेशा बनी रहती है इसके बावजूद प्रशासनिक अमले द्वारा व्यापारियों के दुकानों व गोदाम की जांच नहीं की जाती। स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह सब अधिकारियों व व्यापारियों की मिलीभगत से ही मुमकिन है।
बता दें कि पिछले साल जगदलपुर के एक पटाखा गोदाम में आग लगने से अफरा तफरी मच गई थी। शहर के बीचों बीच हुई आगजनी की इस घटना में भी व्यापारी द्वारा नियमों को ताक में रखकर पटाखों का भंडारण करने की बात सामने आई थी। वहीं अब सुकमा प्रशासन की बेपरवाही कभी भी नगर में बड़े हादसे का कारण बन सकती है।
- आपको यह खबर पसंद आई तो इसे अन्य ग्रुप में Share करें…
खबर बस्तर के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए इस Link को क्लिक कीजिए…
हमारे इस वेबसाइट पर आपको ताजा News Update सबसे पहले मिलेगी। चाहे वो Latest News हो, Trending खबरें हो, या फिर Govt Jobs, रोजगार व सरकारी योजनाओं से जुड़ी जानकारी।
हमारी कोशिश है कि आपके काम की हर खबर आप तक सबसे पहले पहुंचे। अगर आप हमारी खबरों का नोटिफिकेशन तुरंत पाना चाहते हैं तो हमारे WhatsApp ग्रुप और टेलीग्राम चैनल से जुड़ सकते हैं।